E-Sim Scam से लग रहा लाखो का चूना, अगला शिकार आप तो नही : पूरे भारतवर्ष में प्रतिदिन स्कैम के कई सारे मामले सामने आते हैं। इस स्कैम में बहुत सारे लोगों की जिंदगी भर की कमाई 1 मिनट में लूटी जा रही है। अभी हाल ही में दिल्ली एनसीआर में एक नए स्कैम का खुलासा हुआ है जिसमें एक महिला के साथ केवल ओटीपी के माध्यम से 27 लाख का स्कैम हुआ है।
इस समय इंडिया में डिजिटल स्कैम के अलग-अलग हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। अभी हाल ही में कई सारे डिजिटल अरेस्ट स्कैम के के सामने आए हैं। साइबर फ्रॉड करने वाले इस समय फ्रॉड करने के लिए कई सारे नए-नए तरीके अपना रहे हैं। हम आपके यहां पर कुछ ऐसे साइबर फ्रॉड के केस के बारे बताएंगे, आप थोड़ी सी होशियारी और चालाकी साथ होने वाले फ्रॉड से बच सकते हैं।
ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम
ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम के माध्यम से पूरे भारतवर्ष में लाखों लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है। इसमें स्कैमर लोगों को अलग-अलग एप्लीकेशन में ज्वाइन करते हैं और उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग में पैसा निवेश करने के बदले में अच्छा खासा रिटर्न देते हैं। आपको शुरुआत में अच्छे रिटर्न का लालच दिया जाता है। इसके बाद आपकी पूरी जमा पूंजी को एक साथ लगाकर आपके साथ स्कैम किया जाता है।
ई-सिम स्कैम
ई-सिम स्कैम का नया मामला नोएडा से आया है, जहां एक महिला के साथ 27 लाख रुपए का फ्रॉड हो गया। ई-सिम स्कैम इस मामले में महिला के सिम कार्ड को हाईजैक कर लिया गया और इसके बाद बैंक खाते में जमा रकम, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट और उसकी उसके बैंक से लोन लेकर 27 लाख रुपए की रकम हड़प ली गई।
ई-सिम स्कैम मैं बहुत ही चालाकी के साथ स्कैमर अपने आप को मोबाइल कंपनी का एंप्लॉय बताते हैं। आपकी सिम कार्ड को ई-सिम में कन्वर्ट करने के लिए आपको राजी करते हैं। इसके बाद आपसे सिम के पीछे के 32 अंकों का नंबर लेते हैं। इसके बाद क्यूआर कोड के माध्यम से आपकी सिम कार्ड को इस सिम कार्ड में कन्वर्ट करने के लिए कहते है। आपके कर कोड को स्कैन करते ही आपके मोबाइल पर उनका पूरा कंट्रोल हो जाता है।
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पार्सल स्कैम
इस समय इंडिया में पार्सल स्कैम बहुत ही तेजी के साथ चल रहा है। इस स्कैम में आपके पास कॉल आती है और आपसे कहा जाता है कि आपका नाम से एक पार्सल बुक हुआ है। आपसे कहा जाता है कि इस पार्सल में इन लीगल प्रोडक्ट है जो कि आपका नाम से विदेश भेजा जा रहा है। आपका नाम केस दर्ज हुआ है और आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है।
इसके बाद आपके पास दूसरे नंबर से कॉल आती है और आपको बताया जाता है कि वह एक पुलिस इंस्पेक्टर बोल रहा है और आपका नाम अरेस्ट वारंट है और आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है। इसके साथ-साथ आपको डराया और धमकाया जाता है। आपको इस केस में छुटने के लिए आपसे मोटी रकम मांगी जाती है। इतना ही नहीं आपके सभी खाते की डिटेल मांगी जा सकती है और ओटीपी के माध्यम से आपकी बैंक अकाउंट में जमा रकम को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर भी किया जाता है।